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Piles Treatment Home Remedies In Hindi | Exercise, Foods, Remedy

Piles Treatment Home Remedies In Hindi: पाइल्स एक सामान्य स्वास्थ्य समस्या है जिससे कई लोग प्रभावित होते हैं। यह स्थिति तब होती है जब गुदा या मलाशय में सूजन या सूजन हो जाती है। हालांकि, कुछ सरल घरेलू उपचार (Piles Pain Relief Home Remedy in Hindi) हैं जो पाइल्स के दर्द और असुविधा को कम कर सकते हैं।

इस लेख में, हम पाइल्स के लिए चार प्रभावी घरेलू उपचारों (Piles Treatment Home Remedy In Hindi) के बारे में जानेंगे। प्राकृतिक उपचार (Natural Treatment of Piles in Hindi Language) से पाइल्स का इलाज करने के कई तरीके हैं।

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इन उपचारों में नियमित व्यायाम, फाइबर-युक्त आहार, और पर्याप्त पानी का सेवन शामिल है। साथ ही, घरेलू उपचार (Piles Treatment at Home Hindi) जैसे एलोवेरा, अंजीर, और गर्म Sitz Bath का उपयोग करके पाइल्स से राहत पाई जा सकती है। यह उपाय न केवल सुरक्षित हैं बल्कि उन्हें घर पर आसानी से आज़माया जा सकता है।

Piles Kaise Hota Hai

पाइल्स, जिसे बवासीर भी कहा जाता है, होने के कई कारण होते हैं और ये सभी हमारे दैनिक जीवन और आदतों से जुड़े हो सकते हैं।

Piles Kaise Hota Hai
Piles Kaise Hota Hai
  • लंबे समय तक कब्ज रहने से पाइल्स की समस्या हो जाती है. जब मल कठोर और सूखा हो जाता है, तो उसे बाहर निकालने के लिए अधिक जोर लगाना पड़ता है। इस दबाव के कारण मलाशय की नसों में सूजन आ जाती है, जिससे पाइल्स की समस्या उत्पन्न होती है।
  • चाहे आप ऑफिस में हों या घर पर, अधिक देर तक बैठने से आपके मलाशय की नसों पर दबाव पड़ता है। लंबे समय तक बैठे रहने से रक्त का प्रवाह बाधित होता है, जिससे नसों में सूजन हो जाती है और पाइल्स की संभावना बढ़ जाती है।
  • गर्भावस्था के दौरान, आपके श्रोणि क्षेत्र में बच्चे का बढ़ता हुआ वजन नसों पर दबाव डालता है। इस दबाव के कारण नसों में सूजन आ जाती है और पाइल्स की समस्या हो सकती है।
  • भारी वजन उठाने से आपके श्रोणि और मलाशय की नसों पर दबाव पड़ता है। यह दबाव नसों में सूजन का कारण बन सकता है और पाइल्स की समस्या उत्पन्न कर सकता है।
  • कभी-कभी आंतों में किसी कारणवश अधिक दबाव पड़ने लगता है, जैसे कि अचानक अधिक भोजन करने से या अधिक मिर्च मसालेदार भोजन खाने से। इस दबाव के कारण भी पाइल्स हो सकता है।

बवासीर का घरेलू उपाय इन हिंदी (Piles Treatment In Home In Hindi)

1. आंवला (Indian Gooseberry) के फायदे और उपयोग

पाइल्स (बवासीर) के उपचार में, आंवला विशेष रूप से उपयोगी होता है क्योंकि यह मलाशय की नसों की सूजन को कम करता है और दर्द को शांत करता है। आंवला एक प्रभावी प्राकृतिक उपचार है जो पाइल्स के लक्षणों को कम करने में मदद करता है। इसके एंटी-इन्फ्लेमेटरी और पाचक गुण पाइल्स के कारण होने वाली सूजन को कम करने और शरीर की सूजन से संबंधित समस्याओं में राहत पहुंचाने में मदद करते हैं।

आंवला का उपयोग कई तरीकों से किया जा सकता है। यहां कुछ सामान्य और असरदार तरीकों का उल्लेख किया गया है:

  1. आंवला का जूस: रोजाना सुबह खाली पेट आंवला का जूस पीने से पाइल्स के लक्षणों में कमी आ सकती है। आंवला का जूस बनाने के लिए ताजे आंवले को पीसकर उसका रस निकालें। इस रस में थोड़ा सा पानी मिलाकर सेवन करें। इसका नियमित सेवन मलाशय की सूजन को कम करता है और पाचन तंत्र को भी सुधारता है।
  2. आंवला पाउडर और शहद: अगर आप आंवला का जूस नहीं पी सकते, तो आप आंवला पाउडर का सेवन कर सकते हैं। एक चमच आंवला पाउडर को एक चमच शहद में मिलाएं और इसे सुबह खाली पेट खाएं। यह मिश्रण पाइल्स के लक्षणों को कम करने में बेहद प्रभावी होता है।
  3. आंवला का मुरब्बा: आंवला का मुरब्बा भी पाइल्स के उपचार में उपयोगी हो सकता है। इसे खाने से पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है और कब्ज की समस्या दूर होती है। मुरब्बा को खाने से शरीर को आवश्यक पोषक तत्व भी मिलते हैं।
  4. आंवला की चटनी: आप आंवला की चटनी भी बना सकते हैं। आंवला की चटनी न केवल स्वादिष्ट होती है बल्कि पाइल्स के लक्षणों को कम करने में भी मदद करती है। इसे खाने के साथ शामिल करें और इसके स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करें।

2. त्रिफला के फायदे और उपयोग

त्रिफला एक शक्तिशाली हर्बल टॉनिक है जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करता है। यह पाइल्स (बवासीर) के उपचार में विशेष रूप से प्रभावी है क्योंकि यह आंतों को साफ करता है, पाचन में सुधार करता है, और कब्ज को दूर करने में मदद करता है।

त्रिफला का उपयोग कई तरीकों से किया जा सकता है। यहां एक प्रभावी और सरल तरीका दिया गया है:

  1. गर्म पानी में त्रिफला पाउडर: सोने से पहले त्रिफला पाउडर को गर्म पानी में मिलाकर पिएं। इसके लिए एक चम्मच त्रिफला पाउडर को एक गिलास गर्म पानी में मिलाएं। इस मिश्रण को अच्छी तरह से हिलाएं और पी लें। त्रिफला का यह उपयोग पाचन तंत्र को सुधारने में मदद करता है और कब्ज को दूर करता है, जिससे पाइल्स के लक्षणों में कमी आती है।
  2. त्रिफला चूर्ण का सेवन: यदि आप चाहें तो त्रिफला चूर्ण को सुबह खाली पेट भी ले सकते हैं। एक चम्मच त्रिफला चूर्ण को गुनगुने पानी के साथ सेवन करें। यह आपके पाचन तंत्र को दिनभर स्वस्थ रखने में मदद करेगा।
  3. त्रिफला टैबलेट्स: यदि पाउडर का सेवन कठिन लगे, तो आप त्रिफला की टैबलेट्स का भी उपयोग कर सकते हैं। सोने से पहले एक या दो टैबलेट्स गुनगुने पानी के साथ लें।

3. अदरक के फायदे और उपयोग

अदरक एक अद्भुत मसाला है जो न केवल खाने का स्वाद बढ़ाता है, बल्कि इसके कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं। अदरक में एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटीऑक्सिडेंट गुण होते हैं जो शरीर की सूजन को कम करने में मदद करते हैं। पाइल्स (बवासीर) के उपचार में अदरक विशेष रूप से लाभकारी होता है क्योंकि यह सूजन और दर्द को कम करता है और पाचन तंत्र को सुधारता है।

अदरक का उपयोग कई तरीकों से किया जा सकता है। यहां कुछ सरल और प्रभावी तरीके दिए गए हैं:

  1. अदरक और शहद का मिश्रण: अदरक का एक छोटा टुकड़ा कद्दूकस कर लें और उसमें एक चम्मच शहद मिलाएं। इस मिश्रण को दिन में दो बार सेवन करें। यह सूजन को कम करने में मदद करता है और पाइल्स के दर्द से राहत दिलाता है।
  2. अदरक का रस: अदरक का रस निकालकर उसमें थोड़ा सा नींबू का रस और शहद मिलाएं। इस रस को नियमित रूप से पीने से सूजन और दर्द में राहत मिलती है।
  3. अदरक की चाय: अदरक की चाय बनाकर सेवन करें। इसके लिए अदरक के टुकड़ों को पानी में उबालें और उसमें थोड़ा सा शहद मिलाएं। इस चाय को दिन में एक या दो बार पिएं। अदरक की चाय पाचन तंत्र को सुधारती है और पाइल्स के लक्षणों को कम करने में मदद करती है।
  4. खाने में अदरक का उपयोग: अपने खाने में अदरक का उपयोग करें। अदरक को सब्जियों, दालों, और अन्य व्यंजनों में मिलाकर सेवन करें। इससे न केवल खाने का स्वाद बढ़ता है, बल्कि स्वास्थ्य लाभ भी मिलता है।

4. इसबगोल (Psyllium Husk) के फायदे और उपयोग

इसबगोल, जिसे साइलियम हस्क के नाम से भी जाना जाता है, एक प्राकृतिक फाइबर है जो आंतों की गति को आसान बनाता है और मल को मुलायम करता है। यह पाइल्स (बवासीर) के उपचार में विशेष रूप से लाभकारी होता है क्योंकि यह कब्ज को दूर करने में मदद करता है और मल त्याग को सुगम बनाता है। इसबगोल का नियमित सेवन पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है और पाइल्स के लक्षणों में कमी लाता है।

इसबगोल का उपयोग करने के कई तरीके हैं, जो इसे आपकी दैनिक दिनचर्या का हिस्सा बना सकते हैं:

  1. इसबगोल पाउडर और पानी: एक गिलास पानी में एक या दो चम्मच इसबगोल पाउडर मिलाएं। इसे तुरंत पी लें, क्योंकि इसबगोल पानी में मिलकर जल्दी गाढ़ा हो जाता है। इस मिश्रण को दिन में एक बार, विशेषकर रात को सोने से पहले, सेवन करें। इससे आपका पाचन तंत्र स्वस्थ रहेगा और कब्ज की समस्या दूर होगी।
  2. इसबगोल और दूध: यदि आप चाहें तो इसबगोल पाउडर को दूध में मिलाकर भी पी सकते हैं। इसके लिए एक गिलास गुनगुने दूध में एक चम्मच इसबगोल पाउडर मिलाएं। इसे तुरंत पी लें। यह उपाय खासकर उन लोगों के लिए फायदेमंद है जिन्हें दूध पसंद है।
  3. इसबगोल और दही: इसबगोल पाउडर को दही में मिलाकर सेवन करें। इसके लिए एक कटोरी दही में एक चम्मच इसबगोल पाउडर मिलाएं और अच्छी तरह से मिक्स करें। यह मिश्रण न केवल स्वादिष्ट होता है, बल्कि पाचन तंत्र को सुधारने में भी मदद करता है।

5. गर्म पानी के फायदे और उपयोग

गर्म पानी पीना हमारी स्वास्थ्य डेली lifestyle का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होना चाहिए। यह न केवल पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है बल्कि पाइल्स (बवासीर) के लक्षणों को कम करने में भी मदद करता है। दिनभर गर्म पानी पीने से शरीर में हाइड्रेशन बना रहता है और आंतों की गति सुचारू रहती है।

गर्म पानी को अपनी दिनचर्या में शामिल करने के कुछ सरल और प्रभावी तरीके:

  1. सुबह उठते ही खाली पेट एक गिलास गर्म पानी पीएं। यह आपकी आंतों को सक्रिय करता है और पाचन प्रक्रिया को सुचारू बनाता है। इससे पाइल्स के लक्षणों में कमी आती है।
  2. प्रत्येक भोजन के बाद एक गिलास गर्म पानी पीएं। यह पाचन में सहायता करता है और खाने के बाद होने वाली असहजता को कम करता है।
  3. दिनभर में जब भी पानी पीने की आवश्यकता हो, ठंडे पानी की बजाय गर्म पानी पिएं। इससे आपका पाचन तंत्र बेहतर तरीके से काम करेगा और पाइल्स से बचाव होगा।

पाइल्स के लिए योग और व्यायाम (Yoga and Exercises for Piles in Hindi)

Piles (बवासीर) के लक्षणों को कम करने और उपचार में सहायता के लिए Yoga and Exercises अत्यंत प्रभावी हो सकते हैं। योग के विभिन्न आसन और व्यायाम न केवल पाचन तंत्र को सुधारते हैं, बल्कि रक्त संचार को भी बढ़ाते हैं, जिससे पाइल्स के लक्षणों में राहत मिलती है। यहां कुछ महत्वपूर्ण योग आसन और व्यायाम बताए गए हैं जो पाइल्स के उपचार में मदद कर सकते हैं:

Yoga and Exercises for Piles in Hindi
Yoga and Exercises for Piles in Hindi
  1. Garland Pose: मलासन, जिसे गारलैंड पोज़ एक गहरा स्क्वाटिंग आसन है जो पाचन तंत्र को सुधारने और आंतों की गति को बढ़ाने में मदद करता है। इसे करने के लिए, अपने पैरों को कंधे की चौड़ाई जितना फैलाएं और धीरे-धीरे नीचे की ओर बैठें। अपनी कोहनियों को घुटनों के अंदर रखकर, हाथों को प्रार्थना मुद्रा में जोड़ें। इस पोज़ को कुछ मिनटों तक बनाए रखें और धीरे-धीरे वापस सामान्य स्थिति में आएं।
  2. Wind-Relieving Pose: यह Yoga पाचन तंत्र को सुधारने और गैस की समस्या को कम करने में मदद करता है। इसे करने के लिए, पीठ के बल लेटें और अपने घुटनों को मोड़कर छाती की ओर लाएं। अपने घुटनों को हाथों से पकड़कर इस स्थिति को कुछ सेकंड तक बनाए रखें। इसके बाद, धीरे-धीरे पैरों को वापस सामान्य स्थिति में लाएं।
  3. Half Spinal Twist: अर्धमत्स्येन्द्रासन पेट की मांसपेशियों को मजबूती देता है और पाचन तंत्र को सुधारता है। इसे करने के लिए, बैठकर अपने दाएं पैर को बाएं घुटने के ऊपर रखें। अपने बाएं हाथ को दाएं घुटने पर रखें और शरीर को दाईं ओर मोड़ें। इस स्थिति को कुछ सेकंड तक बनाए रखें और फिर दूसरी ओर से दोहराएं।
  4. Cobra Pose: भुजंगासन पीठ की मांसपेशियों को मजबूत करता है और पेट की मांसपेशियों को खींचता है। इसे करने के लिए, पेट के बल लेटें और हाथों को कंधों के नीचे रखें। धीरे-धीरे शरीर के ऊपरी हिस्से को उठाएं और इस स्थिति को कुछ सेकंड तक बनाए रखें। फिर धीरे-धीरे वापस सामान्य स्थिति में आएं।

निष्कर्ष:

पाइल्स (बवासीर) एक ऐसी समस्या है जिससे कई लोग जूझते हैं इस स्थिति से निपटने के लिए कुछ effective और natural घरेलू उपाय मौजूद हैं जो सुरक्षित और आसानी से अपनाए जा सकते हैं. आंवला और त्रिफला जैसी चीजें मलाशय की सूजन को कम करने और पाचन तंत्र को सुधारने में सहायक होती हैं। वहीं, अदरक के anti-inflammatory गुण दर्द और सूजन को कम करने में मदद करते हैं। इसबगोल फाइबर का अच्छा स्रोत है और यह कब्ज को दूर करता है।

इन सरल और प्रभावी प्राकृतिक उपचारों को अपनाकर आप पाइल्स की समस्या से राहत पा सकते हैं और स्वस्थ जीवनशैली की ओर बढ़ सकते हैं। ये उपाय न केवल लक्षणों को कम करते हैं बल्कि overall health को भी improve करते हैं।

Read More:

FAQs About Piles Treatment Home Remedies In Hindi

1. पाइल्स को जड़ से खत्म करने के लिए क्या करना चाहिए?

पाइल्स को जड़ से खत्म करने के लिए उच्च फाइबर युक्त आहार लें, नियमित व्यायाम करें, और पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं। इसके साथ ही कब्ज से बचने के लिए आहार संबंधी बदलाव और स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं।

2. बवासीर ठीक करने का सबसे तेज तरीका क्या है?

बवासीर को जल्दी ठीक करने के लिए गर्म पानी का Sitz Bath लें, जिससे सूजन और दर्द में आराम मिलेगा। साथ ही, एलोवेरा जेल का प्रयोग करें और फाइबर युक्त आहार का सेवन करें ताकि मल त्याग में आसानी हो। डॉक्टर की सलाह भी लें ताकि उचित दवाओं का उपयोग किया जा सके।

3. मस्से वाली बवासीर का देसी इलाज क्या है?

मस्से वाली बवासीर का देसी इलाज अक्सर एंटीहिस्टामीन दवाएं और इम्यूनोसप्रेसेंट दवाएं होती हैं। इसके अलावा, डॉक्टर कभी-कभी एंटीबायोटिक या स्टेरॉइड दवाएं भी प्रदान कर सकते हैं।

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